tag:blogger.com,1999:blog-6444666846390533658.post5430226377522187533..comments2023-10-08T01:49:37.369-07:00Comments on चौथा बंदर: ‘या तो राम रहेगा या रहीम’अनुराग मुस्कानhttp://www.blogger.com/profile/07986970798962902342noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-6444666846390533658.post-90579709437436001782010-09-30T09:29:06.445-07:002010-09-30T09:29:06.445-07:00माँ का प्रश्न तो जायज है...माँ का प्रश्न तो जायज है...Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6444666846390533658.post-41065243484844466922010-09-30T05:06:27.641-07:002010-09-30T05:06:27.641-07:00अब दोनो ही रहेंगे।अब दोनो ही रहेंगे।vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6444666846390533658.post-20613283990244553542010-09-30T02:17:43.984-07:002010-09-30T02:17:43.984-07:00शायद दोनों रहेंगे.
आप चिंता मत कीजिए.
ये हिन्दुस...शायद दोनों रहेंगे.<br /><br />आप चिंता मत कीजिए.<br /><br />ये हिन्दुस्तान है प्यारे.दीपक बाबाhttps://www.blogger.com/profile/14225710037311600528noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6444666846390533658.post-61789881373265327852010-09-29T23:37:13.919-07:002010-09-29T23:37:13.919-07:00राम हो या रहीम...निःसंदेह दोनों ही पूज्यनीय हैं ले...राम हो या रहीम...निःसंदेह दोनों ही पूज्यनीय हैं लेकिन क्या ऐसा नहीं कर सकते अनुरागजी.. कि 'एक दिल' तो भगवान् ने हम सभी को दिया ही हैं जहा पे सभी के भगवान् राम या रहीम रहते ही है तो क्यों ना हम सभी अपने लिए 'एक दिल और'... बना ले जिससे हमारे एक दिल में राम का घर बना ले और दूसरे दिल में रहीम का .....? मुझे पूर्ण विश्वाश हैं कि जो लोग शांति चाहते हैं कम से कम उन्होंने तो ऐसा ...कर ही लिया होगा l एक बात और... पता नहीं फैसला आने के बाद क्या होगा लेकिन .... अगर कुछ भी 'अनिष्ट' हुआ तो जो भी लोग इसके लिए दोषी होगे तो क्या उनके 'राम या रहीम' उन्हें कभी इस 'अनिष्टता' के लिए ...'माफ़' कर पायेगे ?यकीनन कभी भी नहीं ......क्यों कि सभी धर्म 'शांति' के मार्ग पे ही चलने की शिक्षा देते हैं l ये सीखने, समझने और चलने का सबसे अच्छा समय अब शुरू हो गया हैं ..कितना सीख पाए हैं, ये तो आने वाला वक्त ही बता पाएगा ...lपिंकी शाह https://www.blogger.com/profile/16324648779924695191noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6444666846390533658.post-82766777578609551412010-09-29T21:01:51.840-07:002010-09-29T21:01:51.840-07:00sir i agree with u.sir i agree with u.dileep karwasrahttps://www.blogger.com/profile/07251262812188746342noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6444666846390533658.post-41832825921132540192010-09-29T12:10:30.921-07:002010-09-29T12:10:30.921-07:00Here is a condition of wait and watch.we hope for ...Here is a condition of wait and watch.we hope for the best but prepare for the worst.प्रवीण विस्टन जैदीhttps://www.blogger.com/profile/05423269602943612763noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6444666846390533658.post-27593787660621074762010-09-29T11:37:38.116-07:002010-09-29T11:37:38.116-07:00मैं किसान हूं
आसमान में धान बो रहा हूं
वो कहते है...मैं किसान हूं<br />आसमान में धान बो रहा हूं<br /><br />वो कहते हैं<br />पगले आसमान में धान नहीं जमा करता<br /><br />मैं कहता हूं जब जमीन पर भगवान जम सकता है तो आसमान में धान भी जम सकता है<br /><br />और अब तो दोनों में से कोई एक होकर रहेगा<br /><br />या तो आसमान में धान जमेगा या जमीन से भगवान उखड़ेगाexposeadvanihttps://www.blogger.com/profile/09268250513358557995noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6444666846390533658.post-49577441375616529182010-09-29T11:33:01.026-07:002010-09-29T11:33:01.026-07:00ये देश विभाजन के साथ ही पैदा हुआ है...सांप्रदायिकत...ये देश विभाजन के साथ ही पैदा हुआ है...सांप्रदायिकता की ग्रंथि लेकिन पैदा हुए हैं हम....इसको जब भी कोई छू देगा दर्द होगा...कुछ सहिए..कुछ कहिए...और चलते रहिए....MANOJ SRIVASTAVAhttps://www.blogger.com/profile/00287185177228033519noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6444666846390533658.post-43430360037356990422010-09-29T10:29:07.540-07:002010-09-29T10:29:07.540-07:00देश के हर उस कोने से जहाँ हमारे शुभचिंतक रहते है फ...देश के हर उस कोने से जहाँ हमारे शुभचिंतक रहते है फोन आ रहे है "अपना ख्याल रखना ,देखकर काम पर जाना" <br />पुराने जख्मों की टीस,अपनों को खोने का दर्द और अनजाना भय सताता है उनको और हमको भी ,फिर अगर वही मौत का तांडव हुआ,वही दहशतगर्दी ,सरेबाजार क़त्ल .....sonalhttps://www.blogger.com/profile/03825288197884855464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6444666846390533658.post-10791958975851697812010-09-29T09:50:27.669-07:002010-09-29T09:50:27.669-07:00ना राम रहीम कटघरे में खड़े होंगे ना ही कल जुदा होंग...ना राम रहीम कटघरे में खड़े होंगे ना ही कल जुदा होंगे कल फैसला एक जमीन पर होगा उससे ज्यादा कुछ नहीं यदि हम ये मान कर चले की कुछ नहीं होने वाला है और हम शांत रहेंगे तो सब कुछ ठीक होगा कोई भी मौहाल नहीं ख़राब कर सकता है |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6444666846390533658.post-8108325906657196022010-09-29T09:07:02.266-07:002010-09-29T09:07:02.266-07:00बहुत सही।बहुत सही।Neeraj Badhwarhttps://www.blogger.com/profile/15197054505521601188noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6444666846390533658.post-86284192057070232682010-09-29T09:01:33.058-07:002010-09-29T09:01:33.058-07:00मां का सवाल सही ही तो है। विश्वास करेंगे आप, कईयो...मां का सवाल सही ही तो है। विश्वास करेंगे आप, कईयों को याद ही नहीं था कि, विवादित ढांचे को लेकर कोई फैसला आना है, और याद दिलाया तो यूं दिलाया कि, बाप रे। इसे सामान्य तरीके से ही लिए जाने की जरूरत थी। बल्कि अगर दंगा हूआ तो इसके लिए टी आर पी की जंग में उलझे चैनलों का हाईप समान रूप से दोषी माना जाना चाहिए। बता बता के चीख चीख के जो माहौल दूर दूर तक नही था वह माहौल बना डाला।याज्ञवल्क्यhttp://yagnyawalky.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6444666846390533658.post-73233702708317589982010-09-29T08:57:28.350-07:002010-09-29T08:57:28.350-07:00निःसंदेह आजादी के बाद से ही भारत देश का प्रत्येक ...निःसंदेह आजादी के बाद से ही भारत देश का प्रत्येक नागरिक माननीय न्यायालय के हर फैसले का सम्मान करता आया है...और निश्चित ही भविष्य में भी करेगा.... यदि न्यायालय की किसी बात को पीठ दिखाई है तो देश के कर्णधारों ने.... जैसा की मैंने कहीं कहा है की अंग्रेजो के खेलों के नाम पर हजारों करोड़ पानी में बहाए जा रहे है...किन्तु माननीय उच्चतम न्यायालय के किसी आदेश के बाद भी अतिरिक्त पड़ा .. सड़ता हुआ गेहूं गरीबों को कम दाम या मुफ्त में नहीं दिया गया....!!!!!!!!!संजय पाराशरhttps://www.blogger.com/profile/04828183013579900184noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6444666846390533658.post-58969788688258477012010-09-29T08:41:54.569-07:002010-09-29T08:41:54.569-07:00Don't know what to say :(Don't know what to say :(Aadarsh Rathorehttps://www.blogger.com/profile/15887158306264369734noreply@blogger.com