सोच रहा हूं, मैं भी अपने पाप धो लूं। मुझे भी अपने लिए एक क्लीन चिट की जुगाड़ करनी है। क्लीन होने के मामले में चिट का कोई जवाब नहीं है। अगला पूछता है, लागा चुनरी में दाग छिपाऊं कैसे? जवाब मिलता है, क्लीन चिट से। पहले पाप धोने के लिए गंगा नहाने या बहती गंगा में हाथ धोकर भी वैतरणी पार करने का कॉन्सेप्ट था। लेकिन अब सीन दूसरा है। अब गंगा में डुबकी लगाने से बड़े से बड़ा पापी भी कतराता है। राम तेरी गंगा मैली हो गई, पापियों के पाप धोते-धोते। पहले पापियों के पाप धो-धोकर गंगा मैली हुई और अब मैली गंगा में डुबकी लगाने वाले ही मैले हो रहे हैं। अब गंगा में डुबकी लगाने के बाद साफ पानी से नहाना पड़ता है। गंगा में कहीं डूब मरने लायक पानी नहीं बचा, तो पाप धोने के लिए डुबकी कहां मारी जाए। वैसे भी, जब पाप केवल क्लीन चिट मिलने से ही धुल रहे हैं, तो गंगा नहाने का तामझाम क्यों किया जाए।
क्लीन चिट का प्रभाव गंगा के
प्रवाह पर भारी है। बिग बी को ही लीजिए, 25 साल में लाख गंगा नहाए, यहां तक कि
अपने मेकअप मैन की भोजपुरी फिल्म ‘गंगा’ और फिर गंगा
के सीक्वल तक में मुफ्त कामकर मारा,
लेकिन
बोफोर्स का पाप न धुला,
इधर
स्टेन लिंडस्ट्रोम ने क्लीन चिट क्या दी, सारे पाप साफ। मैं सौ साल बाद क्लीन चिटों के एक दुर्लभ
संग्रहालय की सैर कर रहा हूं। जहां चारों ओर बस क्लीन चिटें ही क्लीन चिटें सजी
हुई हैं। नीचे लिखा है- ये क्लीन चिट निर्मल बाबा को मिली थी, ये क्लीन चिट
कसाब को मिली थी, ये
फलां नेता, ये
फलां मंत्री, ये
फलां मुख्यमंत्री और ये फलां प्रधानमंत्री को मिली थी।
क्लीन चिट का भविष्य उज्जवल है।
जिस तेजी के साथ क्लीन चिट देने का प्रचलन फैशन में आया है, मुझे लगता है, आने वाले समय
में क्लीन चिटों का लेखा-जोखा संभालने के लिए एक पूरा मंत्रालय ही बनाना पड़ेगा।
बस पेच यहां फंस सकता है कि क्लीन चिट मंत्रालय के क्लीन चिट मंत्री को क्लीन चिट
कौन देगा? अन्ना
कहेंगे, जन
लोकपाल देगा और सरकार कहेगी,
कोई
नहीं देगा, क्योंकि
वह तो पहले से ही ‘क्लीन
चिट मंत्री’ हैं।
(आज 11-05-2012 को हिन्दुस्तान में प्रकाशित)
7 comments:
हर बार की तरह इस बार भी ज़बरदस्त कटाक्ष किया है अनुराग भाई......
क्या बात है...मुस्कान साहब...
आप तो वाक़ई हिन्दुस्तान में छा गए...
bas jordar chhaka mara aapne ,aaj kal cleanchit ka aaam faisan hai jisko dekho cleanchit
mast lekh
http://blondmedia.blogspot.in/
जय हो , अनुराग भाई आपने तगडा धोबी पछाड मारा है । हम आपका सेंचुरी अनुसरक बन गए हैं देखा जाए सरकार
इस पोस्ट के लिए आपका बहुत बहुत आभार - आपकी पोस्ट को शामिल किया गया है 'ब्लॉग बुलेटिन' पर - पधारें - और डालें एक नज़र - जस्ट वन लाइनर जी
बहुत सही सटीक चित्रण... समय मिले आपको तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है
http://mhare-anubhav.blogspot.co.uk/ धन्यवाद.... .
क्लीन चिट.....
चलो दे ही देते है...... नहीं तो कोई और दे देगा....
कुँवर जी,
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